''में लफ्जों में नहीं कोई भँवर रखता हूँ ''में लों हूँ रौशनी की नज़र रखता हूँ ''में कारवाँ हूँ मोहब्बत का ''कदमो में सफ़र रखता हूँ
Bahut khub rajesh bhai....
धन्यवाद मयंक भाई
Bahut khub rajesh bhai....
ReplyDeleteधन्यवाद मयंक भाई
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