"इतने सालों के प्यार में ।
खट्टी मिट्ठी तकरार में ।
"कभी तुम रूठे कभी में रूठी ।
इस प्यारे घर संसार में ।
"जीवन भर यूँ ही साथ रहे।
प्यार भरी इन बातों से
"दो फूल खिले है आँगन में।
तेरे मेरे जज़्बातों से।
"में थोड़ी चंचल 'अल्हड़ सी।
जिसको तुमने संभाला है
"मेरा कुछ खुद से पहले।
तुमको समर्पण हर निवाला है।
"मेरी हर रातों का तू ही तो उजाला है।
बिन कहे सब सुन लेता,तेरा प्यार भी
निराला है।
*************राजेश कुमार
"आतिश"**************
Wednesday, 1 April 2020
"इतने सालों के प्यार में ।
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Wah wah ati sunder keep it up
ReplyDeleteशुक्रिया आपका कृपया मेरे ब्लॉग को follow करे धन्यवाद
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ReplyDeleteBahut khoob
ReplyDeleteशुक्रिया आपका कृपया मेरे ब्लॉग को follow करे धन्यवाद
DeleteAll your poems are very much appreciated
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका .....कृपया ब्लॉग भी follow करें ....
DeleteBahut khoob👌👌
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका .....कृपया ब्लॉग भी follow करें ....
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