''में लफ्जों में नहीं कोई भँवर रखता हूँ ''में लों हूँ रौशनी की नज़र रखता हूँ ''में कारवाँ हूँ मोहब्बत का ''कदमो में सफ़र रखता हूँ
Nice Lines....
धन्यवाद नितिन भाई पढ़ते .......रहों हम लिखते रहें ....
Nice Lines....
ReplyDeleteधन्यवाद नितिन भाई पढ़ते .......रहों हम लिखते रहें ....
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