''मेरा आज हो तुम ही ' मेरा कल हो तुम ही।
उन खट्टी मिट्ठी यादों का हर पल हो तुम ही।
''मेरी
हर उम्मीद का हल हो तुम्ही।
मेरी सारी
पूजाओं का फल हो तुम्ही।
'''मेरे
नेनो की धारा का जल हो तुम्ही।
मेरे इस चंचल मन का तल हो तुम्ही।
''जिसको
मेने चाहा वो हर पल हो तुम्ही
मेरे इस जीवन का कमल हो तुम्ही।
''जिसने
कर दिया जीवन को वो सरल हो तुम्ही।
जिसके लिए करना चाहा खुद को सफल हो
तुम्ही।
**********राजेश कुमार ’’आतिश’’**********
Bhaut badiya
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद आपका
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